मन की बात
मन की बात
करते हैं सब मन की बात
फिर भी मन में रह जाती
मन की बात ।
भूली-बिसरी यादों में जब
होता अपनों का साथ मन
ही मन कर लेते मन न माने
मन की बात ।
कोशिश पर कोशिश कर लो
जमाने का है यही हिसाब ।
इस मतलब परस्त जहान में
हजूम के इस सैलाब में लगे
कि तन्हा हो जनाब क्यों मन
से न निकले मन की बात ।
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