प्रेरणादायक कहानी
आज खामोश हूं
आज खामोश हूं कोई सवाल नहीं...
खुद के पूछे गुनाह ,तो कोई हिसाब नहीं।
जंग-सा लगा है थोड़ा मुकद्दर को मेरे...
मगर अभी हार जाऊं मैं,ऐसी कोई चाह नहीं।
मोहब्बत उसको मिलती है जिसका नसीब होता है,
बहुत कम हाथों में ये मोहब्बत की लकीर होती है।
कभी कोई अपनी मोहब्बत से न बिछड़े, कसम से
ऐसे हालात में बहुत तकलीफ होती है।
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