मंगलसूत्र

मंगलसूत्र

 पूजा सुबह जल्दी उठ गई। रात को भी नींद नहीं आई थी। कमरे से बाहर आकर वह बालकनी में कुर्सी पर बैठ गई और सोचने लगी , आज फिर नौकरी के लिए इंटरव्यू  देने जाना है। वह फिर उलझ गई अतीत के पन्नों में। सात महीने पहले ही उसके पति हरीश का हार्ट फेल हो गया था। बड़ी बेटी पूर्वी आठ साल की, छोटा बेटा हर्ष पांच साल का और घर में सासू मां कोई भी संभालने के लिए नहीं था। पूजा पढ़ी-लिखी थी। उसमें नौकरी करने की योग्यता भी थी। इससे पहले वह तीन बार इंटरव्यू देने जा चुकी, हालांकि निराशा ही मिली थी। पहले जहां गई उन्होंने पूछा, " आप सर्विस क्यों करना चाहती हैं?" दुनिया भर की बातों से बेखबर अपनी सारी बात बताई। इंटरव्यू लेने वाले सज्जन ने कहा, " अभी आप इंतजार करो, दो केंडिडेट और हैं, मैं फिर आपसे बात करता हूं।" फिर बोले, " पास में ही रेस्टोरेंट हैं, वहाँ बैठ कर बात करते हैं और साथ में चाय भी हो जाए।" पूजा को कुछ ठीक नहीं लगा, वह बहाना बनाकर घर आ गई।

दूसरी जगह भी पूजा ने सरलता के साथ सारी बात की। इंटरव्यू लेने वाले ने कहा, " अभी आपकी उम्र ही क्या है। आपको देखकर नहीं लगता की आप दो बच्चों की मां हैं। आप दूसरी शादी क्यों नहीं कर लेती?" तीसरी जगह भी यही सब कुछ रहा। इंटरव्यू लेने वाले पूजा की योग्यता वाले प्रमाण-पत्र में दिलचस्पी न लेकर उसकी ओर मुखातिब थे। इन सभी पुरानी बातों को याद करते हुए उसके माथे पर चिंता की लकीरें खिंच चुकी थी कि तभी सासू मां वहां आ गई- " क्या बात पूजा परेशान लग रही है? पूजा ने सास को सारी बात बताई और कहने लगी, " मन नहीं कर रहा है इंटरव्यू के लिए जाने का।" 

" बेटा तुम ही हमारा सहारा हो, तुम्हें जाना तो होगा। समय भी हो रहा है, जल्दी तैयार हो जाओ।" पूजा जब तैयार होकर आई तो सासू मां ने गले में मंगलसूत्र पहना दिया और माथे पर भी जरा बड़ी-सी बिंदी लगा दी। पूजा ने विरोध करते हुए कहा, " मां मैं मंगलसूत्र कैसे पहन सकती हूं?"

" क्यों नहीं पहन सकती? मंगलसूत्र की असलियत क्या है, पता है तुझे? मंगलसूत्र का मतलब है जो तुम्हारा मंगल करे, तु्म्हारी रक्षा करे। इसके काले दाने दुनिया की नजर से रक्षा करते हैं और पीले भगवान के आशीर्वाद के हैं।" पूजा ने मां का आशीर्वाद लिया और इंटरव्यू के लिए नई सोच के साथ चली गई। फिर वही प्रश्न आप नौकरी क्यों करना चाहती हैं?" 

" मैं पढ़ी-लिखी हूं। मेरे बच्चे बड़े हो गए हैं। मेरे पास समय है और मैं इसका सदुपयोग करना चाहती हूं।" आज पूजा सलेक्ट हो गई। घर पहुंचकर उसने सासू मां को यह खुशखबरी सुनाई और उन्हें गले लगा लिया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Motivation कहानी

जीवन-मरण वितरण

जीवन सार